उत्तराखंड की बीजेपी सरकार कई मोर्चों पर घिरती नज़र आ रही है। ये कहना है हरीश रावत का। सरकार को बेरोज़गारों से कोई लेना-देना नहीं। जी हां पूर्व सीएम हरीश रावत ने प्रेस कॉन्फेंस कर प्रदेश सरकार पर जमकर सवाल उठाए। राजधानी में बेरोज़गारों पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज को लेकर हरदा ने प्रदेश सरकार पर हमला बोला। रावत ने प्रदेश के साथ-साथ केंद्र की मोदी पर सरकार पर भी सवाल उठाए। उन्होने कहा कि नए पदों का सृजन नहीं किया जा रहा है। लेकिन खाली पदों को समाप्त किया जा रहा है।
वहीं सूबे के मुखिया त्रिवेंद्र सिंह रावत पर निशाना साधते हुए हरीश रावत ने कहा कि प्रदेश में निवेश कांग्रेस के समय में ही आ चुका है और आज त्रिवेंद्र रावत की सरकार ढोंग के अलावा कुछ नहींकर रही है। यहां तक की हरीश रावत ने श्रीनगर मेडिकल कॉलेज को सेना को सौंपने पर भी नाराज़गी जताई। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा तैयार किए गए इस कॉलेज को सेना को देना सही नहीं है। सरकार ने पाले पोसे अस्पताल को सेना को देकर ठीक नहीं किया। हरीश रावत ने रोज़गार के मसले पर केंद्र और राज्य की सरकार को खरी-खोटी सुनाई। हरीश रावत यहीं नहीं रुके। उन्होने त्रिवेंद्र सरकार के बजट को भी शराब. खनन और रामदेव शरणम गच्छामि वाला बताया। इसके बाद त्रिवेंद्र सरकार के बजट से गैरसैंण के गायब होने का आरोप भी लगा डाला। हरीश रावत बोले कि गैरसैंण विकास निगम के लिए बजट नहीं दिया गया।