राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद भगत सिंह कोश्यारी के गोद लिए गांव के पांच सौ परिवारों पर बेदखली का खतरा है
आपको बता दे कि पूर्व मुख्यमंत्री और
सांसद कोश्यारी के गोद लिए गांव के पांच सौ परिवारों पर बेदखली का खतरा सर पर चढ़ा है
जानकारी अनुसार हार्इ कोर्ट ने सांसद आदर्श गांव के बग्गाचौवन से चार महीने के भीतर अतिक्रमण हटाने के रिजर्व फॉरेस्ट को आदेश पारित किए हैं। .
ख़बर विस्तार से नैनीताल मे जानकारी अनुसार हाईकोर्ट ने ऊधमसिंह नगर जिले की ग्राम पंचायत सरपुड़ा के बग्गाचौवन में रिजर्व फॉरेस्ट से चार माह में अतिक्रमण हटाने के आदेश दे दिए हैं। कोर्ट के इस आदेश से सांसद आदर्श गांव बग्गाचौवन में बसे करीब पांच सौ परिवारों पर बेदखली का खतरा पैदा हो गया है। गांव को सांसद भगत सिंह कोश्यारी ने सांसद आदर्श योजना के अंतर्गत गोद लिया है।
आपको बता दे कि शुक्रवार को कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति राजीव शर्मा की खंडपीठ ने ऊधमसिंह नगर के खटीमा ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत सरपुड़ा निवासी होशियार चंद की जनहित याचिका पर सुनवाई की। याचिका में होशियार चंद ने कहा है कि उनकी ग्राम पंचायत में बग्गाचौवन को मिला दिया गया। सरपुड़ा ग्राम पंचायत की आबादी 2116 तथा मतदाता 1365 हैं। 50 फीसद आबादी अनुसूचित जाति के लोगों की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि ग्राम पंचायत सरपुड़ा के विकास कार्यों व जनसुविधाएं बग्गाचौवन के लोगों को दी जा रही हैं। जिससे उनकी ग्राम पंचायत का विकास थम गया है।
याचिका में कहा गया है कि इस वजह से मूल ग्रामीण सुविधाओं से वंचित हो रहे हैं। सड़क, खड़ंजा, शौचालय, स्कूल, वृद्धावस्था, विधवा पेंशन, राशन कार्ड आदि के लिए बजट सरपुड़ा के लिए मंजूर होता है, जबकि विकास बग्गाचौवन का होता है, लिहाजा बग्गाचौवन को ग्राम पंचायत सरपुड़ा से अलग कर दिया जाए। यहां के पांच सौ परिवारों ने रिजर्व फॉरेस्ट की 517 हेक्टेयर जमीन पर कब्जा किया हुआ है। यह राजस्व भूमि भी नहीं है। खंडपीठ ने चार माह के भीतर रिजर्व फॉरेस्ट से अतिक्रमण हटाने के आदेश पारित किए। बहराल कोर्ट के आदेश के बाद अब देखना ये होगा कि भगत दा द्धारा गोद लिए गाँव के 500 परिवार पर बेदखली के खतरे के बाद क्या भगत दा कोई रास्ता निकालेगे या उन परिवारों को यू ही छोड़ देंगे!