ऊधमसिंहनगर जिले में कोरोना के 3 और मरीज मिले है,
आज खटीमा से 2 और रुद्रपुर जिला अस्पताल के सैम्पल में एक कोरोना पॉजिटिव मरीज मिला,
खटीमा के दोनों युवक 12 मई को मुम्बई से आये थे
तो वही रुद्रपुर के खेड़ा निवासी 10 साल की बच्ची 13 मई को दिल्ली से आई थी वापस,
अब उद्यम सिंग नगर जनपद में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर हुई 16,
जिसमे से 12 अभी कोरोना संक्रमित है, जबकि 4 मरीज हो चुके है ठीक।
महत्वपूर्ण ख़बर है : उत्तराखंड लौट रहे प्रवासी साथ ला रहे संक्रमण, एक हफ्ते में 17 संक्रमित मिले पूरी ख़बर
ये भी जाने : उत्तराखंड में स्वास्थ्य विभाग को सैंपलिंग और सर्विलांस बढ़ाने की जरूरत
अभी तक : गुजरात, हरियाणा, दिल्ली, अहमदाबाद से उत्तराखंड लौटे हैं प्रवासी ।
जी हां उत्तराखंड में हर रोज बड़ी तादाद में बाहरी राज्यों के रेड जोन से भी प्रवासी लौट रहे हैं। जिसकी वजह से उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण का खतरा अधिक बढ़ रहा है।
यदि हम पिछले एक 7 दिनों की ही बात करे तो 7 दिन के अंदर
पांच जिलों में कोरोना संक्रमितों के 17 मामले सामने आए हैं।
ओर सभी संक्रमित मरीज प्रवासी हैं, जो गुजरात, हरियाणा, दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद , सूरत से उत्तराखंड लौटे हैं।
जरा ध्यान दे यदि समय पर संक्रमण की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग ने सैंपलिंग और सर्विलांस नहीं बढ़ाई तो मुश्किलें खड़ी हो सकती है।
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण का पहला मामला 15 मार्च को मिला था।
ओर 31 मार्च तक प्रदेश में संक्रमित मरीजों की संख्या सात थी।
इसके बाद फिर बाहरी राज्यों से जमात में शामिल लोगों को राज्य में आने से संक्रमण के मामलों ने रफ्तार पकड़ी।
ओर अब फिर प्रवासियों के लौटने से उत्तराखंड में संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं।
सबसे खतरनाक बात ये है कि पहाड़ों में भी संक्रमण पहुंच रहा है।
जानकारी अनुसार
उत्तरकाशी, अल्मोड़ा, देहरादून, ऊधमसिंह नगर, नैनीताल में 17 प्रवासी कोरोना संक्रमित पाए गए
अल्मोड़ा जनपद में पांच अप्रैल को पहला कोरोना संक्रमित मिला था। पिछले 37 दिनों के बाद गत बुधवार को गुरुग्राम से रानीखेत लौटे युवक में कोरोना संक्रमण पाया गया।
जबकि रेड जोन में शामिल हरिद्वार जनपद में 18 अप्रैल के बाद कोरोना संक्रमित नहीं मिला है।