अभी हाल ही मैं ये ख़बर
ख़ास खबर : के नाम से वायरल हुई जिसमें ख़ास लाइन थी कि – हरक सिंह रावत की सोच से बदलेगी पहाड़ो में स्वास्थ्य सेवाओं की तस्वीर।
ओर आगे लिखा था कि
आयुर्वेद चिकित्सा में होगा कैंसर, ब्लड प्रेशर और शुगर की बीमारियों पर शोध
ओर पूरी ख़बर ये थी।
आयुष मंत्री हरक सिंह रावत की सोच से बदलेगी पहाड़ो में स्वास्थ्य से सेवाओं की तस्वीर। जी हां उत्तराखंड में आयुर्वेद चिकित्सा में कैंसर, मधुमेह और रक्तचाप जैसी बीमारियों पर शोध किया जाएगा। इसके लिए सरकार ने आयुर्वेद विश्वविद्यालय को निर्देश दिए है। वहीं, सरकार ने कोटद्वार के चरकडांडा में आयुर्वेद शोध संस्थान में वैज्ञानिकों के पद सृजित कर दिए हैं। जल्द ही इस संस्थान में आयुर्वेद चिकित्सा पर काम शुरू होने की संभावना है। प्रदेश में आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा देने के लिए आयुष मिशन के तहत चरकडांडा में अंतरराष्ट्रीय आयुर्वेद शोध संस्थान स्थापित किया जा रहा है।
आयुष मंत्री हरक सिंह रावत का कहना है कि प्रदेश में आयुर्वेद चिकित्सा को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है। आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति को निर्देश दिए गए हैं कि कैंसर, मधुमेह और हाई ब्लड प्रेशर व अन्य बीमारियों पर शोध किया जाए। जिससे गांव-गांव में भी लोगों को आयुर्वेद से इलाज कराने की सुविधा मिल सके। चरकडांडा आयुर्वेद शोध संस्थान में वैज्ञानिकों के पद सृजित कर दिए हैं। जल्द ही यह संस्थान काम करना शुरू करेगा।
ऐलोपैथिक की तर्ज पर होगा आयुर्वेद में बीमारियों का ईलाज
इस संस्थान के लिए केंद्र की ओर से बजट दिया जा रहा है। इस संस्थान के लिए वैज्ञानिकों के पद सृजित कर दिए गए हैं। सरकार का मानना है कि जल्द ही संस्थान में आयुर्वेद चिकित्सा पर काम शुरू होगा। आयुर्वेद चिकित्सा के माध्यम से गंभीर बीमारियों का इलाज करने के लिए सरकार ने आयुर्वेद विश्वविद्यालय को कैंसर, मधुमेह, रक्तचाप जैसी गंभीर बीमारियों पर शोध करने को कहा है। इसके लिए अलग-अलग बीमारियों पर शोध करने के लिए प्रोफेसरों को जिम्मेदारी देने के लिए भी कहा है। सरकार का मकसद है कि प्रदेश में जिस प्रकार से मरीजों को ऐलोपैथिक में इलाज की सुविधा मिल रही है। उसी तरह आयुर्वेद में बीमारियों के इलाज क सुविधा मिले।
अब तक तो पूरी बात ओर ख़बर एक दम सटीक और बढ़िया है।
क्योंको हरक सिंह रावत से उत्तराखंड को उम्मीद बहुत है।
कि उनका हरसू बदलेगा पहाड़ की तस्वीर ओर पहाड़ियों की तकदीर।
लेकिन जब डबल इंजन की सरकार के वरिष्ठ मंत्री हरक सिंह रावत के ख़ासम ख़ास , मंत्री हरक सिंह रावत की परछाई विनोद रावत ये बात फेसबुक पर लिखते हो कि अगर इन्हें काम करने दिया जाए ( मतलब हरक सिंह रावत जी को ) तो निश्चित ही ये अपने अनुभव से उत्तराखंड की तकदीर बदलने का मादा रखते है और आगे लिखते है कि देखते है उत्तराखंड के भाग्य मैं क्या लिखा है ?
अब सवाल ये खड़ा हो गया है कि आखिर कौन है जो दबंग मंत्री को काम नही करने दे रहा है ?
क्योंकि मंत्री हरक सिंह रावत की परछाई कहो या राजनीति मैं उनके काम काज़ को देखना , ओर मैनेजमेंट के कुशल व्यक्ति विनोद रावत कह रहे है लिख रहे है।
तो इसका मतलब ये है कि एक बार फिर से पूरी दाल काली होने वाली है! अब समय कितना लगेगा ये तो रावत जी ही जाने!
(वैसे भी उत्तराखंड की सियासत का केंद्र बिंदु रावत ही है)
अब रावत कोंन कोंन है ये आप खुद तय कर ले।
विनोद रावत जी द्वारा लिखी गई बात से सवाल बहुत खड़े हो गए है कि आखिर पिछली हरीश सरकार को साल 2016 मे तारीख 18 मार्च जगह विधानसभा से उखाड़ फेंकने वाले
दबंग हरक सिंह रावत को क्या कोई सच मैं काम नही करने दे रहा है ?? अगर ये सच हुवा तो मंत्री हरक सिंह रावत जी अधिक समय तक शांत नही रहने वाले ओर कल की परवाह करे बगैर उन नामो का खुलासा कर सकते है।
जब मंत्री हरक सिंह रावत मिलेंगे या विनोद रावत तो उनसे पूछेगे।
क्योकि उनके अनुसार सवाल उत्तराखंड के भाग्य का है बल!
क्योकि विनोद रावत जी ने लिखा है कि देखते है उत्तराखंड के भाग्य मैं क्या लिखा है।